आखिर समाज पर क्या क़र्ज़ है सुदामा का.?

 
श्री कृष्णा के परम मित्र और भक्त सुदामा से तो हर कोई परिचित तो है ही। उनकी निर्मलता और साधारणता ही उनकी परिभाषा है स्वयं भगवान का मित्र होने के बावजूद उनका सारा जीवन एक दरिद्रता और निर्धनता में ही बीता। लेकिन शायद ही किसी को इस बात का पता हो की सुदामा ने एक दरिद्र का जीवन खुद चुना वो भी इस पूरी सृष्टि और अपने परम मित्र कृष्णा को बहुत बड़े अभिशाप से बचाने के लिए। अगर आप भी जानना चाहते है इस रहस्य को तो आईये समझते है वीडियो के माध्यम से

प्रेम से बोलो राधे राधे
 

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