General Kuch Khaas - कुछ खास Poem - कविता Special - विशेष Thoughts - विचार खामोशी अब कान्हा की.. 2 समझने लगी हूं.. खामोशी अब कान्हा की मैं.. , पढ़ने लगी हूं.. आंसू अब राधा के मैं.. एक खामोशी से सह… Anita Rohal अगस्त 13, 2020 3 1497 0 Read Later Share
General knowledge - यह भी जाने Kuch Khaas - कुछ खास Thoughts - विचार कलयुग की धरती बदलने लगी है कलयुग की धरती बदलने लगी है। हर तरफ अनोखी छटा बिखरने लगी है। सतयुग की अयोध्या फिर चमकने लगी है।… Anita Rohal अगस्त 5, 2020 0 836 0 Read Later Share
General knowledge - यह भी जाने Kuch Khaas - कुछ खास Poem - कविता Thoughts - विचार मैं तलाश में हूं जिंदगी की… आँख मिचौली करती है। कभी ना रूबरू मिलती है। मैं भागती हूं रोज इसके पीछेयह सौ कदम आगे चलती है। कभी… Anita Rohal जुलाई 30, 2020 0 878 0 Read Later Share