Poem - कविता राधा विरह हे लाड़ो वृषभान दुलारी। व्याकुल नैनन बहतन पानी। विरह की अग्नि में जलकर। प्रेम -प्रेम पत्र पौथी बांटी। रोम-रोम में… Varsha(दीवानी कृष्णा की ) मई 28, 2020 13 2963 0 Read Later Share