श्याम वर्णन 

मुरली बजाते हुए श्याम की छवि

नींद भरी अखियन में लाली |
ठुमक ठुमक चले कृष्ण मुरारी ||

सर मोर मुकुट और कुंचित केशा |
तिरछी नजर कजरे की रेखा ||

मस्तक तिलक चन्दन को होइ |
गले वैजन्ती माला सोहे ||

पीताम्बर की शोभा शोभित |
पैरन में पैजनिया बोलत ||

अंग अंग कमलो से कोमल |
श्याम रंग से हिरदे डोलत ||

धरा पे पड़ते चरण कमल जब |
धन्य धन्य रज माथन चूमत ||

अधरन पर जब मुरली बाजत |
धरा का हर एक कण कण नाचत ||

प्रेम से बोलो राधे राधे 

Facebook Comments

श्याम वर्णन  pinit fg en rect red 28

क्या पसंद आया?
0 / 3 3
Varsha(दीवानी कृष्णा की )

Varsha(दीवानी कृष्णा की )

वर्षा कश्यप एक होनहार Student है,और एक अच्छी job पाने के लिये प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है। भगवान श्री राधे गोविंद की उपासक वर्षा को बचपन से ही भगवान कन्हैया के भजन,पद इत्यादि लिखना बेहद पसंद है। भजनों में बेहद रुचि रखने वाली वर्षा का मानना है कि उसको कविताएँ लिखने की प्रेरणा भगवान गोविंद की कृपा से ही मिलती है।
5 9 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest

2 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
Gyanendra shrivastav

Suparb yrr good job

AKASH kashyap

Radhe radhe

2
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x