Krishna leela - कृष्ण लीला Poem - कविता Thoughts - विचार विरह वर्णन हे ऊधो तुम का जानो प्रीत कान्हा मेरे हमरे प्रान बसत है, हम सबके वे मीत। जब से कान्हा गोकुल त्यागे,… Garima(#लेखनी) नवम्बर 24, 2019 0 1192 0 Read Later Share
Bhajan - भजन Poem - कविता भई बावरी तोरि कान्हा मैं दासी तुम भगवन मेरे | मैं प्यासी तुम पानी मेरे || मैं धागा तुम मोती मेरे | मैं गाऊँ तुम… Varsha(दीवानी कृष्णा की ) नवम्बर 21, 2019 15 1935 0 Read Later Share
Bhajan - भजन Krishna leela - कृष्ण लीला ओ कान्हा || मुरली अधरों पे सजा ले ओ कान्हा || || मीठी- मीठी धुन सुना दे ओ कान्हा || || एक अनोखी… Garima(#लेखनी) नवम्बर 15, 2019 0 1239 1 Read Later Share
Poem - कविता राधा नयन अद्भुत नयन तेजमय ज्योति | लागत जैसे हीरे मोती | | चितवन ऐसी चित को हर ले | जब जब… Varsha(दीवानी कृष्णा की ) नवम्बर 12, 2019 15 784 0 Read Later Share
Poem - कविता श्याम वर्णन नींद भरी अखियन में लाली | ठुमक ठुमक चले कृष्ण मुरारी || सर मोर मुकुट और कुंचित केशा | तिरछी नजर… Varsha(दीवानी कृष्णा की ) नवम्बर 7, 2019 14 1335 2 Read Later Share