Bhajan - भजन Krishna leela - कृष्ण लीला Poem - कविता उठ ही गए माँ यशोदा के कुंज बिहारी लाल || रात्रि समाप्त हुई भोर हुई नन्दलाल || || सूर्य उदय हुआ दूर हुआ अंधकार || || पंछियों की चह-चाहट… Swati(Bihariji) अप्रैल 2, 2020 0 1199 0 Read Later Share